Friday, February 28, 2014

इंडियन इंजीनियरिंग सर्विसेज (आईईएस)-2013 की टॉपर सुरभि गौतम

भोपाल. इंडियन इंजीनियरिंग सर्विसेज (आईईएस)-2013 का परिणाम यूपीएससी ने गुरुवार देर रात घोषित कर दिया। इसमें भोपाल की सुरभि गौतम ने देशभर में टॉप किया है। यह उनका पहला अटेंप्ट था। सुरभि ने भोपाल स्थित आरजीपीवी यूआईटी से बीई (इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यिुनिकेशंस) किया था। वे इससे पहले भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर में साइंटिफिक ऑफिसर के पद के लिए भी सिलेक्ट हो चुकी हैं और इसी पद पर कार्यरत हैं। सुरभि के पिता एडवोकेट और उनकी मां टीचर हैं तथा वे सतना में रहते हैं।
टॉपिक पर कमांड मिलने तक पढ़ती रहती थी : सुरभि
'मैं जब तक किसी टॉपिक को पूरी तरह समझ नहीं लेती थी, तब तक पढ़ती रहती थी। पढ़ाई के लिए घंटे तय नहीं किए।' यह कहना है इंडियन इंजीनियरिंग सर्विसेस (आईईएस)-2013
की टॉपर सुरभि गौतम का। गुरुवार देर रात घोषित आईईएस के रिजल्ट में उन्होंने देशभर में टॉप किया है। भोपाल स्थित आरजीपीवी-यूआईटी से बीई (इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यिूनिकेशंस) कर चुकीं सुरभी इस समय भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर में साइंटिफिक ऑफीसर के पद पर कार्यरत हैं।
शुरू से एक ही लक्ष्य था
सुरभि ने बताया कि शुरू से ही उनका लक्ष्य आईईएस जॉइन करना था। उन्हें इसे लेकर कोई संदेह नहीं था, इसीलिए उन्होंने बीई के दौरान ही सब्जेक्ट्स को एक्जाम की तैयारी के हिसाब से पढऩा शुरू कर दिया था। जीएस के लिए वे रोज न्यूज पेपर और मैग्जीन्स पढ़ती थीं। उन्होंने बताया कि एक्जाम क्लियर करने के बाद उनका इंटरव्यू बहुत गया अच्छा था। इंटरव्यू में पूछे गए सभी प्रश्नों के उत्तर दिए थे। भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर से जुड़े होने का बहुत अच्छा प्रभाव इंटरव्यू बोर्ड पर पड़ा था। 
किताब से मिली प्रेरणा
सुरभि ने अपना सक्सेस मंत्र बताते हुए कहा कि रॉबिन शर्मा की किताब 'द मॉन्क हू सोल्ड हिज फरारी' उन्होंने कई बार पढ़ी। यह किताब उन्हें बहुत ज्यादा प्रेरित करती थी। इसके अलावा पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की जीवनी उनकी प्रेरणा का स्रोत थी। साथ ही उन्होंने कहा कि टार्गेटेड स्टडी उनकी सक्सेस का राज है। आईईएस में टॉप करने वालीं सुरभि गौतम ने सिटी भास्कर को बताए अपने सक्सेस फंडे। कहा- हम तब तक डिस्टर्ब नहीं हो सकते, जब तक हम खुद डिस्टर्ब न होना चाहें।

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